हर निवेशक के लिए जरूरी: म्यूचुअल फंड में दमदार रिटर्न दिलाने वाले 10 ट्रिक्स!

Vinay Thakur
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हम रोज़मर्रा की ज़िंदगी में जब भी कोई अहम चीज़ खरीदते हैं—चाहे वो घर के लिए कोई डिवाइस हो, पहनने की चीज़ हो या खाने-पीने का सामान—तो उससे पहले हम अच्छी तरह रिसर्च करते हैं। वजह साफ है: हम अपने और अपने परिवार के लिए हमेशा सबसे बेहतर चुनना चाहते हैं। और सबसे ज़रूरी बात ये होती है कि खरीदारी के बाद पछतावा न हो कि पैसा गलत जगह लगा दिया। इसलिए पहले जानकारी लेते हैं, फिर फैसला करते हैं—ताकि हमारा एक्सपीरियंस बेहतर हो।

Mutual fund sahi hai

ठीक यही सोच म्यूचुअल फंड्स पर भी लागू होती है। निवेश करने से पहले कुछ जरूरी बातों को जानना बेहद अहम है, जो आपके इन्वेस्टमेंट को फायदेमंद और संतुलित बना सकती हैं। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं म्यूचुअल फंड्स में निवेश से पहले ध्यान रखने वाली 10 जरूरी बातें। अगर आपने इन बातों को समझकर निवेश किया, तो यकीन मानिए—आपको अपने फैसले पर कभी पछतावा नहीं होगा I

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले जान लें ये 10 जरूरी बातें

म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने से पहले जानिए वो 10 जरूरी बातें जो आपके रिटर्न को बेहतर बना सकती हैं। जोखिम, SIP, टैक्स बेनिफिट्स और सही फंड चयन से जुड़ी पूरी जानकारी यहां पाएं।

हम जब भी कोई ज़रूरी चीज़ खरीदते हैं—चाहे वो घर के लिए गैजेट हो, पहनने की चीज़ हो या खाने का सामान—तो पहले उसकी पूरी जानकारी लेते हैं। वजह साफ है: हम अपने पैसे का सही इस्तेमाल करना चाहते हैं और बाद में पछताना नहीं चाहते। यही सोच निवेश पर भी लागू होती है।

म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने से पहले कुछ अहम बातों को समझना ज़रूरी है, ताकि आपका अनुभव बेहतर हो और रिटर्न्स संतुलित रहें। 

आइए जानते हैं वो 10 बातें जो हर निवेशक को ध्यान में रखनी चाहिए:

निवेश का उद्देश्य तय करें

आप किस मकसद से निवेश कर रहे हैं—लंबी अवधि के लिए या छोटी? आपका फंड चयन इसी लक्ष्य पर आधारित होना चाहिए।

जोखिम को समझें

हर फंड का जोखिम स्तर अलग होता है। अपनी जोखिम सहनशीलता के अनुसार ही फंड चुनें।

पिछले प्रदर्शन की जांच करें

फंड का ट्रैक रिकॉर्ड देखें। यह भविष्य की गारंटी नहीं देता, लेकिन स्थिरता और मैनेजमेंट की क्वालिटी का अंदाज़ा जरूर देता है।

फंड मैनेजर की योग्यता

एक अनुभवी फंड मैनेजर बाजार की चाल को समझता है और आपके निवेश को सही दिशा दे सकता है।

खर्च और शुल्क

कुछ फंड्स में हाई फीस होती है जो आपके रिटर्न को कम कर सकती है। निवेश से पहले सभी चार्जेस समझ लें

डाइवर्सिफिकेशन ज़रूरी है

सारे अंडे एक टोकरी में न रखें। अलग-अलग फंड्स में निवेश करके जोखिम को कम करें।

नियमित समीक्षा करें

बाजार की चाल और अपने फाइनेंशियल गोल्स के अनुसार समय-समय पर पोर्टफोलियो को एडजस्ट करें।

सही जानकारी लें

कई स्रोतों से जानकारी लेकर ही निवेश का फैसला करें। अधूरी जानकारी नुकसान पहुंचा सकती है।

SIP का फायदा उठाएं

छोटे-छोटे नियमित निवेश से आप मार्केट के उतार-चढ़ाव से बच सकते हैं और कंपाउंडिंग का लाभ उठा सकते हैं।

टैक्स बेनिफिट्स को समझें

कुछ म्यूचुअल फंड्स में टैक्स छूट मिलती है। सही जानकारी लेकर इसका पूरा फायदा उठाएं

रिटर्न्स में उतार-चढ़ाव को समझना जरूरी है

जब आप म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न्स सुनते हैं, तो वो आमतौर पर वार्षिक औसत होते हैं। अगर किसी स्कीम का सालाना रिटर्न 8% बताया गया है, तो इसका मतलब ये नहीं कि हर साल आपको 8% मिलेगा। कभी +10%, कभी -2%, और कभी-कभी बिल्कुल भी रिटर्न नहीं—ऐसा उतार-चढ़ाव आम है। इसलिए निवेश करते समय इस वेरिएशन के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना ज़रूरी है

Disclaimer: - यह सामग्री केवल शैक्षणिक और सूचनात्मक उद्देश्य के लिए तैयार की गई है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। म्यूचुअल फंड्स में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन होता है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें और स्कीम से जुड़ी सभी शर्तें, जोखिम और दस्तावेज़ ध्यानपूर्वक पढ़ें। पिछले प्रदर्शन की गारंटी भविष्य के रिटर्न्स पर नहीं होती I

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