प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती चरण में पुरुषों में दिखाई देने वाले ये 12 लक्षण बेहद अहम हैं—इन्हें नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है।

Vinay Thakur
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प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान क्यों मुश्किल होती है? जानिए पुरुषों में दिखने वाले 12 आम संकेत, देर न करें—समय पर जांच से बच सकती है बड़ी परेशानी।

Prostate cancer symptoms in men

प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में तेजी से फैलने वाले कैंसरों में से एक है। राहत की बात यह है कि यदि इसका पता समय रहते लग जाए, तो इलाज के सफल होने की संभावना काफी अधिक होती है। हालांकि, सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि शुरुआती चरण में इसके लक्षण बेहद हल्के या अस्पष्ट होते हैं, जिससे पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

प्रोस्टेट कैंसर की शुरुआती पहचान क्यों है चुनौतीपूर्ण?

1.   लक्षणों की अनुपस्थिति:
शुरुआती चरण में प्रोस्टेट कैंसर कोई स्पष्ट संकेत नहीं देता। जब तक यह केवल प्रोस्टेट ग्रंथि तक सीमित रहता है, तब तक शरीर में कोई गंभीर समस्या नहीं होती। ऐसे में इसकी पहचान केवल मेडिकल जांच से ही संभव है।

2.   धीमी गति से विकास:
यह कैंसर आमतौर पर धीरे-धीरे बढ़ता है। कई बार यह वर्षों तक शरीर में मौजूद रहता है, बिना कोई प्रमुख लक्षण दिखाए। इससे समय पर पहचान करना मुश्किल हो जाता है।

3.   सामाजिक संकोच:
कई पुरुष पेशाब या यौन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को लेकर खुलकर बात नहीं करते। वे इन्हें उम्र से जुड़ी सामान्य परेशानी मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे जांच और इलाज में देर हो जाती है।

प्रोस्टेट कैंसर के संभावित लक्षण

जब कैंसर फैलने लगता है, तब शरीर कुछ संकेत देने लगता है जिन्हें अनदेखा करना जोखिम भरा हो सकता हैI

प्रोस्टेट कैंसर के आम लक्षण:

1.   रात में बार-बार पेशाब लगना

2.   पेशाब शुरू करने में कठिनाई या रुक-रुक कर आना

3.   पेशाब की धार कमजोर होना

4.   पेशाब करते समय जलन या दर्द महसूस होना

5.   ब्लैडर पूरी तरह खाली न हो पाना

6.   पेशाब या सीमन में खून आना

7.   इरेक्टाइल डिसफंक्शन (स्तंभन दोष)

8.   कमर, पीठ या कूल्हों में लगातार दर्द

9.   अत्यधिक थकान या कमजोरी

10. अचानक और बिना कारण वजन कम होना

11. ब्लैडर कंट्रोल में समस्या (पेशाब रोकने में कठिनाई)

12. घबराहट या बेचैनी महसूस होना

समय पर जांच है बेहद जरूरी
विशेषज्ञों की राय में, 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को प्रोस्टेट की नियमित जांच करानी चाहिए। यदि परिवार में पहले से इसका इतिहास रहा हो, तो सतर्कता और भी ज़रूरी हो जाती है।

लक्षणों को न करें नज़रअंदाज़
यूरिन या यौन संबंधी किसी भी असामान्यता को हल्के में न लें—ऐसे संकेत मिलते ही तुरंत यूरोलॉजिस्ट से सलाह लें।

जल्दी पहचान = बेहतर इलाज
समय रहते बीमारी का पता चलने पर न सिर्फ इलाज आसान होता है, बल्कि पूरी तरह स्वस्थ होने की संभावना भी कई गुना बढ़ जाती है

Disclaimer: यह जानकारी केवल शैक्षणिक और जागरूकता के उद्देश्य से दी गई है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए कृपया योग्य चिकित्सक या विशेषज्ञ से परामर्श लें।

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