गट हेल्थ सिर्फ पाचन से जुड़ी नहीं है—यह दिल की सेहत पर भी
गहरा असर डालती है। हालिया स्टडीज़ में पाया गया है कि गट माइक्रोबायोटा का
असंतुलन शरीर में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन को बढ़ाता है, जिससे ब्लड
प्रेशर, बैड कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ सकता
है। कब्ज, गैस, ब्लोटिंग और थकान जैसे
लक्षण सिर्फ डाइजेशन की समस्या नहीं, बल्कि दिल के लिए भी
चेतावनी हो सकते हैं। इस पोस्ट में जानिए कैसे आपकी आंतों की सेहत आपके दिल को
प्रभावित करती है—और किन संकेतों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
हमारे शरीर की संपूर्ण सेहत का गहरा रिश्ता हमारी गट हेल्थ (Gut Health) से होता है। आंतों में मौजूद बैक्टीरिया न सिर्फ भोजन को पचाने में मदद करते हैं, बल्कि पोषक तत्वों को अवशोषित करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
लेकिन जब गट हेल्थ बिगड़ती है—जैसे कि लगातार इनडाइजेशन (Indigestion),
कब्ज या गैस की समस्या—तो इसका असर सिर्फ पाचन तंत्र तक सीमित नहीं
रहता।
- मेटाबॉलिज्म (Metabolism) धीमा पड़ता है,
- मोटापा बढ़ सकता है,
- और ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो सकता है, जिससे डायबिटीज़ जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
हाल ही में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, खराब गट हेल्थ का सीधा असर दिल की सेहत पर भी पड़ता है।
- गट बैक्टीरिया का असंतुलन शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ा सकता है,
- जिससे ब्लड वेसल्स डैमेज होती हैं और
- हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ जाता
है।
इसलिए, गट हेल्थ को नजरअंदाज करना
सिर्फ पाचन की समस्या नहीं, बल्कि कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ
के लिए भी खतरा बन सकता है।
गट हेल्थ और हार्ट हेल्थ में क्या है कनेक्शन
हाल ही में Circulation
Research में प्रकाशित एक स्टडी ने
यह साबित किया है कि हमारे गट माइक्रोबायोटा—यानि आंतों में मौजूद सूक्ष्म
जीवों—का दिल की सेहत से गहरा संबंध है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जब
गट बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ता है, जिसे डिस्बायोसिस कहा जाता है, तो यह सिर्फ पाचन
तंत्र को ही नहीं बल्कि पूरे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को प्रभावित करता है।
• इस असंतुलन से एथेरोस्क्लेरोसिस (धमनियों में
प्लाक जमना),
• हाई ब्लड प्रेशर,
• और हार्ट फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा
बढ़ सकता है।
यह स्टडी इस बात को
मजबूती से दर्शाती है कि गट हेल्थ को नजरअंदाज करना सिर्फ पेट की परेशानी नहीं,
बल्कि दिल की बीमारी का कारण भी बन सकता है।
दिल की सेहत पर कैसे असर डालती है गट हेल्थ
हालिया स्टडी के अनुसार, अगर गट के अंदर
का वातावरण असंतुलित हो जाए, तो शरीर में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन यानी लगातार सूजन बढ़ने लगती है। यह सूजन धीरे-धीरे ब्लड प्रेशर और बैड
कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ा देती है—जो दिल की बीमारियों के लिए एक
गंभीर खतरा बन सकता है।
स्टडी में यह भी पाया गया कि डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं जैसे:
- कब्ज,
- पेट में
गैस या ब्लोटिंग,
- और लगातार
थकान,
ये सभी हार्ट हेल्थ को प्रभावित कर सकती हैं।
जब गट की आंतरिक लेयर डैमेज होती है, तो हानिकारक तत्व और टॉक्सिन्स खून में मिल जाते हैं। ये टॉक्सिन्स दिल तक
पहुंचकर वहां सूजन पैदा कर सकते हैं, जिससे:
- इम्यून
रिस्पॉन्स टिश्यूज़ डैमेज होते हैं,
- और हार्ट
डिजीज का रिस्क बढ़ जाता
है।
गट हेल्थ खराब होने के कारण क्या हैं?- Cause of
poor gut health
- खान-पान
के अनहेल्दी तरीके
- शक्कर और
मीठे फूड्स खाने की आदत
- प्रोसेस्ड
फू़ड्स का सेवन
- लो-फाइबर
फूड्स खाने की आदत
- कम मात्रा
में पानी पीना
गट को हेल्दी रखने के लिए उपाय
गट को हेल्दी रखने के लिए आपको अपनी डाइट पर विशेष ध्यान चाहिए। आप अपनी डाइट
में कुछ बदलाव करें जो आपके गट को हेल्दी रखने का काम करते हैं। ऐसी ही कुछ टिप्स
ये हैं-
- हाइड्रेटेड
रहें और रोजाना 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं।
- अपनी डाइट
में ताजे फल, सब्जियां शामिल करें।
- अलग-अलग
तरह की सब्जियां जैसे गाजर, सूरन और कच्ची हल्दी का सेवन करें।
- बींस और
नट्स को अपनी डाइट में शामिल करें।
- प्रोसेस्ड
और पैकेटबंद फूड्स खाने से बचें।
- पोर्शन
साइज का ध्यान रखें।
- अपने भोजन में नमक की मात्रा कम रखें।
Disclaimer: - यह कंटेंट केवल
सामान्य स्वास्थ्य जानकारी और हालिया वैज्ञानिक स्टडी पर आधारित है। इसका उद्देश्य
किसी भी मेडिकल सलाह, डायग्नोसिस
या ट्रीटमेंट को रिप्लेस करना नहीं है। यदि आपको पाचन या हार्ट से जुड़ी कोई
समस्या है, तो कृपया किसी योग्य
डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लें।
This content is for informational purposes only and should not be
considered a substitute for professional medical advice, diagnosis, or
treatment. Always consult a qualified healthcare provider for any
health-related concerns.