हे फीवर क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और घरेलू इलाज के आसान उपाय। बार-बार छींक आना, नाक बहना और आंखों में जलन जैसे लक्षणों से राहत पाने के लिए पढ़ें पूरी जानकारी।
हे फीवर, जिसे मेडिकल भाषा में एलर्जिक राइनाइटिस कहा जाता है, एक आम मौसमी एलर्जी है जो हवा में मौजूद एलर्जन जैसे परागकण (pollen), धूल के कण, या पालतू जानवरों के संपर्क में आने से होती है। इसके लक्षण अक्सर सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं—जैसे लगातार छींक आना, नाक बहना, आंखों में खुजली या पानी आना। बदलते मौसम में कई लोग इसे वायरल बुखार समझ बैठते हैं, जिससे सही इलाज नहीं मिल पाता।
हे फीवर के कारण (Hay Fever
Causes)
हे फीवर तब होता है जब हमारा इम्यून सिस्टम एलर्जन के प्रति ओवररिएक्ट करता है। प्रमुख कारणों में शामिल हैं:
- धूल के कणों से एलर्जी: डस्ट में मौजूद सूक्ष्म कण सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं और मौसमी एलर्जी को जन्म देते हैं।
- पालतू जानवरों से एलर्जी: खासकर बिल्ली के बाल, लार और पेशाब से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है।
- सीलन और फंगस: नम वातावरण में पनपने वाले फंगस स्पोर्स हवा के जरिए फेफड़ों तक पहुंचते हैं और एलर्जी के लक्षण पैदा करते हैं।
हे फीवर के लक्षण (Hay Fever
Symptoms)
हे फीवर होने पर व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं:
- लगातार छींकना, नाक बहना, खांसी और नाक बंद होना
- आंखों में खुजली, लालिमा, सूजन और पानी आना
- गले में खराश, चेहरे पर दबाव, सिरदर्द
- थकान, कमजोरी, और कभी-कभी हल्का बुखार
हे फीवर से बचाव के उपाय (Hay Fever
Prevention Tips)
- एलर्जन से बचने की कोशिश करें—पराग, धूल, जानवरों से दूरी बनाए रखें
- घर को साफ-सुथरा रखें, धूल-मिट्टी जमने न दें
- पालतू जानवरों से एलर्जी हो तो उन्हें छूने से बचें
- सलाइन स्प्रे का इस्तेमाल करें जब नाक बंद हो जाए
निष्कर्ष (Conclusion)
हे फीवर एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली मौसमी एलर्जी है। यदि आपको बार-बार सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो यह वायरल नहीं बल्कि एलर्जिक राइनाइटिस हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप हे फीवर के लक्षणों को पहचानें, एलर्जन से बचें, और समय पर डॉक्टर से सलाह लें।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। यदि आपको हे फीवर या एलर्जी से संबंधित कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो कृपया किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श लें। हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है, इसलिए स्व-उपचार से बचें और विशेषज्ञ की सलाह लें।